कभी सच्चाई को स्वीकार न किया कभी सच्चाई को स्वीकार न किया। कभी सच्चाई को स्वीकार न किया कभी सच्चाई को स्वीकार न किया।
किया प्रेम किया प्रेम
संगीनों के साये में जीता हुआ पीता हुआ शराब कि डूब जाऊंगा तो पार हो जाऊंगा कहता हुआ किया प्रेम संगीनों के साये में जीता हुआ पीता हुआ शराब कि डूब जाऊंगा तो पार हो जाऊंगा कहता ...
हो गये हम तो बेखबर। हो गये हम तो बेखबर।
मैंने प्रेम किया मैंने प्रेम किया
उसने प्रेम किया उसने प्रेम किया